हमारी आँखोंके दरिया में देखो क्या समाया है
हमारे मनमें क्या है हमने दिलमें क्या छुपाया है
जो पढ़ पाओ तो पढ़ लो तुम लबों की सिसकियां मेरी
दिलाएंगी मेरीही याद हरपल हिचकियाँ तेरी
तुम्हें ही ढालके गीतोंमें हमने गुनगुनाया है
हमारी आँखोंके दरियामें देखो क्या समाया है
खयालों में तुम्हीं तुम हो तुम्हीं हो गीत गजलों में
तुम्हीं हो शायरी मेरी तुम्हीं हो मेरी नज़्मों में
ये किसने प्यार का जादू मेरे ऊपर चलाया है
हमारी आँखों के दरिया में देखो क्या समाया है..
~~~~सुनिल #शांडिल्य
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