टूट कर चाहना तुम्हारा
मेरे जीवन को एक मकसद देता है ।
पर जब टूटने लगते हो तुम चाह में मेरी ......
तो इस बेपनाह मुहब्बत से डर लगता है ।
तुम्हारा मुझे एक नजर प्यार से देखना
मेरी मुस्कुराहट में रंग भर देता है
पर जब देखता हूं तुम्हारी नजरों में एक लाचारी...
मेरी आंखों में भी समुद्र से मचलने लगता है।
तुम्हारा प्यार से पुकारना मुझे
स्पंदन कर ह्रदय में खींच लेता है मुझे तुम्हारी ओर
पर फासलों के दरमियां जब घुटने लगती है यह आवाज...
अधखुले ओठों की चुप्पी देख दिल चीखने को करता है।
~~~~ सुनिल #शांडिल्य
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