आसमां से टूटे जैसे,हम सितारे हो गए।
जबसे तेरा साथ छूटा,बेसहारे हो गए।
जब तलक नदिया में था उफान थी रौनक यहां
नदिया क्या सूखी की ये सूने किनारे हो गए।
वो भी दिन थे प्यार के, ऐसे झकोरे थे चले
इक नजर में हम तुम्हारे,तुम हमारे हो गए।
~~~~ सुनिल #शांडिल्य
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