Friday, October 27, 2023
न छेड़ो ख्यालों की कलियाँ प्रिये,
वीथियाँ स्मृति की पुलक जाएंगी।
गीत मेरे सुमन की भरी डालियां,
जो छेड़ोगी खुश्बू महक जाएगी।।
उम्र अनुभूति की मात्र पल छिन सही,
जिंदगी जिंदगी बन सँवरती रही।
उम्र जो भी लिखे अब कथा प्यार की,
भूल कर हर व्यथा वो गुजर जाएगी।।
~~~~ सुनिल #शांडिल्य
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment