Wednesday, July 31, 2024
महज़ इश्क़ नहीं रूह का रिश्ता है तुझसे
तुझे नहीं है यक़ीं तो जाने दे
मेरी हर धड़कन तुझ से मेरी हर सांस में तू
गीतों के बोल तुझ से मेरी कविता के शब्द तू
मेरे वजूद का कारन तू जीने की वजह बस तू
तेरे मन की तु जाने मरने तलक हूं अमानत तेरी
तुझे नहीं है यक़ीं तो जाने दे
~~~~ सुनिल #शांडिल्य
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