Saturday, August 24, 2024

नज़र को नज़र से मिलने तो देते।
मुहब्बत की शम्मा तुम जलने तो देते।।

ए कैसा कहर तुमने ढाया है मुझपर।
दिल को तुम दिल से मिलने तो देते।।

ए सोहरत ए दौलत नहीं देखी जाती।
निगाहें करम तुम गर करने तो देते।।

है नज़रें मिलाना बस तुमसे है साकी।
मयखाने में आने औ मिलने तो दे देते।।

~~~~ सुनिल #शांडिल्य

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