Tuesday, April 13, 2021

 कोई एक सपना मेरी देह

ऊर्जास्वित कर देता है


नींद तरंगित और मेरा हृदय 

अलौकिक कर देता है


याद तुम्हारी आती है तो 

खुद से बतिया लेता हूं


नाम तुम्हारा गंदोधक सा, 

मन प्रफुल्लित कर देता है


----- सुनिल श्रीगौड

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