सब नक्षत्र जहाँ-जैसेहैं,आज-अभी रुक जाएं ¦¦
नयनो से वो मुझे पुकारे -मेरे नयन झुक जाएं. ¦¦
कभी मौन में गुँथे गीत सुन पाओ तो कहना. ¦¦
मन मुखरित कैसे होता? शब्द यदि चूक जाएं ¦¦
---- सुनिल श्रीगौड
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