Friday, April 16, 2021

 सब नक्षत्र जहाँ-जैसेहैं,आज-अभी रुक जाएं    ¦¦

नयनो से वो मुझे पुकारे -मेरे नयन झुक जाएं.    ¦¦

कभी मौन में गुँथे गीत सुन पाओ तो कहना.    ¦¦

मन मुखरित कैसे होता? शब्द यदि चूक जाएं     ¦¦

---- सुनिल श्रीगौड

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