जब जब जिक्र तुम्हारा होगा
हम वहाँ जरूर होंगे
मेरी जिन्दगी की किताब के
तुम खास पन्नो पर होगें
हाशिये पर नही आ सकती प्रीत हमारी
जीने के लिये जब तुम जरूरी होंगे
हर अल्फाज हर हर्फ मे सिर्फ तुम्हारी छव है
जबसे तुम हम_संग_है
---- सुनिल शांडिल्य
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