Thursday, April 29, 2021

 सुनो


आज बादल बहुत हैं मेरे यहां

सरसराती गुलाबी सी हवा चल रही है

हल्की बारिश भी हो रही


शायद कल तेरे यहां भी यही बादल थे यही हवा थी

ऐसा लगता है जैसे ये छूकर आए हो कल तुम्हें


और आज वही हवा मुझमें लिपट रही हो

मेरे कानों में कह रही हो

मैं आई हूं तेरे इश्क की खुशबू लेकर


---- सुनिल शांडिल्य

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