निभाया वादा हमने शिकवा न किया,
दर्द सहे मगर तुझे रुसवा न किया,
जल गया नशेमन मेरा, खाक अरमां हुये,
सब तुने किया मगर मैने चर्चा न किया!
---- सुनिल शांडिल्य
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