इक कदम भी न चल पाएंगे बिन तुम्हारे
साथ ये उम्र भर को चाहिए
बवंडर आये या आये कोई भी तुफां
हाथ ये ना अब छुटना चाहिए
हर राह हर सफर हंस के जी लेंगे
हमसफर बस तुम चाहिए
होगी हर चुनौती चूर चूर हर हाल मे
मंजिले भी मिल जाएगी जब हम संग है
---- सुनिल शांडिल्य
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