Thursday, June 10, 2021

 दिल पर लिखे आपके अल्फ़ाज़ भी

मुझसे यहीं कहते हैं


आपकी नजदीकियों में न सही

मगर इन अल्फ़ाज़ों में हम ही रहते हैं


कहां रहता है सूनापन

इन उम्दा अल्फाजों में


आप और आपका ख़्याल

हर पल इनमें सफ़र किया करते हैं 


---- सुनिल शांडिल्य

No comments:

Post a Comment