Sunday, June 13, 2021

 तुम मेरा ख्वाब बन के रहो

बस तुम मेरी याद बन के रहो


मेरी जिंदगी के सवालों का

दोस्त तुम ही जबाब बन के रहो


कुछ ज्यादा नहीं मांगा तुमसे हमने

दोस्ती का उमड़ता सैलाब बन के रहो


जब तलक जिंदा हैं हम तब तलक

तुम मुझ में महज़ सांस बन के रहो


---- सुनिल शांडिल्य

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