Tuesday, June 15, 2021

 फूलों से लिखें या बहारों से

नाम तुम्हारा लिख दूं मै चाँद सितारो से


बादल बताऊं तुम्हे या सावन की फुहार

आफताब हो तुम मेरे आसमां के 


बात हरपल चलेगी दोस्ती की हमारी

रिश्ता ये मशहूर है जमाने मे


नाम जो हो गया शोहरत पा गया 

जबसे तुम हम संग है 


----- सुनिल शांडिल्य

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