मैं इंतेज़ार में हूँ कब अपनी
पहली मुलाकात होगी
तुम बैठना मेरे सामने
हम तुम और चाय साथ होगी
ज़ुबाँ शायद दोनों की खामोश ही रहेगी
पर आंखों से आंखों की खूब बात होगी
समां वो भी आयेगा गम ना कर
जब तू मेरे साथ होगी
---- सुनिल शांडिल्य
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