Wednesday, June 30, 2021

 तुम्हारा ख्याल

चांद भी नहीं

सूरज भी नहीं

न धूप

न छांव

बस सितारो के ख्वाब

एक  एहसास


तुम्हारा  ख्याल

यादो के आसमान

मैं टहलता

बादल का टुकड़ा

जो अपनी आँखो के पानी से

सूरज का दामन भिंगो दे


तुम्हारा ख्याल

मन के गलियारे मे

बसे सन्नाटे सा

तुम से ही लिपट कर

समेटना चाहे तुम को


---- सुनिल शांडिल्य

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