तुम बन जाना ग़ज़ल मेरी
मैं तेरा इक अल्फ़ाज़ बनूं
तुम बन जाना क़रार मेरा
मैं तेरे दिल का सुकून बनूं
तुम बन जाना ख़्वाब मेरा
और मैं तेरी निगाह बनूं
तुम बन जाना मन्ज़िल मेरी
मैं तेरा राही बनूं
---- सुनिल शांडिल्य
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