तेरी याद आने से
मेरी दुनिया में बहार है
कैसे न कहूँ तेरी_याद से भी
मुझको प्यार है
और आ करीब अपनी साँसों में
बसा, दिल बेकरार है
ज़ी भर के देखने दे आज
तेरे चेहरे पे जो निखार है
बिन तेरे इश्क़ ज़िंदगी बेरंग है
ना अगर तुम हम_संग_हैं
---- सुनिल शांडिल्य
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