हमने तो अपनी जिंदगी को
तेरे नाम किया है
ना होंगे जुदा आखिरी सांस
तक, तुमसे ये वादा लिया है
ज़ख्म तो कई थे दिल पर मेरे
सबको तेरी यारी ने सीया है
जो भारी है ज़माने की आंधियों पर
हम वो जलता दीया है
ना छूटेगा साथ कभी
जब तक तुम हम संग हैं
---- सुनिल शांडिल्य
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