Saturday, July 31, 2021

 तेरी खातिर इस

दुनिया

का विष सारा पी लेंगे हम


तेरे सुख के लिये

स्वय

से निष्कासन भी लेंगे हम


तू चाहे अपना ले

मुझ को

चाहे तू तो ठुकरा दे.... 


तुझ से कोई एक

रिश्ता

तो है यही सोच जी लेंगे हम 


---- सुनिल शांडिल्य

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