Sunday, August 15, 2021

 कुछ गीत मेरे

यूँ तो ;

जमाने के लिए हैं.! 


ये छंद ये सुर

ताल ;

बस लुभाने के लिए हैं.! 


जो लोग मेरे

वतन ;

के लिए जान लुटा गए.. 


मेरे शब्द-सुमन उन

फरिश्तों ;

पर चढ़ाने के लिए हैं.!


भारत माँ के

वीर सपूतों को

शत शत नमन :🙏🙏


---- सुनिल #शांडिल्य

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