Sunday, September 12, 2021

 यू आसान नही निकलना जमाने से सजनी

तमन्नाएँ दिल की अब दिल मे ही रख सजनी


अधूरी ख्वाहिशें पूरी किसकी हुई यहा सजनी

दब गए ख़्वाब जिम्मेदारीयो में कहा है सजनी


जिन्दगी की उलझनों में उलझ गया हूँ सजनी

न खुद की खबर रहती,न तेरी खबर है सजनी


---- सुनिल #शांडिल्य

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