Monday, September 13, 2021

 सुनो....

अब न करेगे तुमसे सवाल कोई

तुम भी न देना अब जवाब कोई


वरना समझेगा यू इश्क हर कोई

उंगली न उठे तुमपे बेवजह कोई


शक का नही है यहा इलाज कोई

न लिखे तेरे लफ्ज़ से लफ्ज़ कोई


किन गुनाहों की सजा दे रहा कोई

वो मेरा था, फिर मेरा हुआ न कोई


---- सुनिल #शांडिल्य

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