Tuesday, September 7, 2021

 तुझे देख कर

अपनी कविता लिखूं

किस लिये?


स्वय को समंदर

तुझ को मैं सरिता लिखूं

किस लिये?


झुके नयन

और अधरों मे स्मित

किस लिये?


परिचित को

मैं अपरिचिता लिखूं

किस लिये??~


सुनिल #शांडिल्य

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