Sunday, October 24, 2021

 बदल रहा मौसम भी रंग

बदल गए है साथी वो संग


रंगे जो साथ मेरे हर रंग

खामोशिया दे गए हमे संग


बोझल हुए जिन्दगी के रंग

अहसासों में नही जो तुम संग


हमदम थे तुम मेरे हर रंग

खोया जाने कहा अब वो संग


तन्हा हुए जिन्दगी के रंग

दर्द ही दर्द नही रहा हमदर्द संग


---- सुनिल #शांडिल्य

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