Sunday, October 31, 2021

 कुछ तो तेरा चेहरा गजब था,

कुछ बारिश में तेरी

भीगी लटो ने

मुझको उलझा दिया,


कुछ मौसम का नशा हो रहा था मुझे 

कुछ तेरी नशीली निगाहों ने पिला दिया


मोहब्बत जब से की है तुमसे

इस मोहब्बत ने बहला दिया


कभी तेरी बातों ने किया मदहोश मुझे

कुछ तेरी खुशबू ने बहका दिया....!!!


---- सुनिल #शांडिल्य

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