लाल लाल शरारा पहन कर चली है
देखो आज प्रेयसी मेरी रानी सी सजी है
काला कजरा उसकी शोभा नयन की
सर से है पांव तक गहनों से लदी है
हाथों में मेहंदी मेरे प्यार की कहानी है
नयना झुकाये ना कुछ कहती जुबानी है
शर्म से नैन झुका करती वो इशारे है
देखो आज प्रेयसी मेरी रानी सी सजी है
---- सुनिल #शांडिल्य
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