Tuesday, January 11, 2022

 लफ्ज़ और शब्द 

क्या समझे खामोशी की भाषा


बिन कहे कह जाती

खामोशी अपने मन की भाषा


टूटा जो इश्क में

पूछो उसे खामोशी की भाषा


खामोशी क्या होती

समुंदर से गहरी जिसकी आशा


निराशाओं से निकल

सीखी है उसने खामोशी भाषा


---- सुनिल #शांडिल्य

No comments:

Post a Comment