Monday, March 14, 2022

 जाने किस नजर से देखा उसने

जैसे मुझे देखा ही नहीं हो उसने ।


मुझे देख कर जाने कहां खोई खोई है

मुझसे पर कुछ कहना चाहा नही उसने ।


कैसे तार छेडूं मैं अपने दिल का

मेरे प्रेम का गीत सुना नही उसने ।


फूल सुख कर बगिया में मुरझा रहे हैं

आंचल मेरे चेहरे पे लहराया नही उसने ।।


---- सुनिल #शांडिल्य

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