दिल देने का एहसास ही कराना,
छीन लेने का एहसास ना कराना ।।
तुम्हारे इश्क का अगर भ्रम है तो,
मुझे इसी भ्रम का अहसास कराना ।।
तेरा इश्क गर सवेरा है तो इसे रहने दो,
सच्चाई के अंधेरे का अहसास ना कराना ।।
तुम इस मन की और सांस की आदत हो,
इसे छीनकर मौत का अहसास ना कराना ।।
---- सुनिल #शांडिल्य
No comments:
Post a Comment