Saturday, March 5, 2022

 मैं राजा नहीं पर वो है रानी मेरी ,

 लिखता हूं मैं कहानी मेरी ..


एक ऐसा है एहसास बताना ,

कैसा होता है श्रृंगार बताना ..


साड़ी पहन जब वो आयेगी ,

काजल मैं ही उसे लगाऊंगा ..


बात मोहब्बत की ऐसी होगी ,

की झुककर पायल पहनाऊंगा ..


चूड़ी,कंगन,पायल,बिछिया ,

सब पहन कर सज जाएगी ..


हाथों में हाथ मेरा लिए वो ,

साथ मेरे महफ़िल आयेगी ..


फिर इश्क़ की ऐसी दावत होगी ,

वो होगी और मेरी चाहत होगी ..


फिर होगी एक शाम सुहानी ,

मैं राजा नहीं पर वो है रानी मेरी ..


---- सुनिल #शांडिल्य

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