खुशी सबमें लुटाकर के बड़ी अपनी खुशी कर लें
भला जिसमें सभी का हो चलो बातें वही कर लें
सुखों ने दूरियां हमसे हमेशा ही बनाई हैं।
रहे दुख पास में अपने उन्हीं से दोस्ती कर लें।
गुजारी हैं कई रातें निपट गहरे अंधेरे में ।
तुम्हारी याद से रोशन चलो कुछ जिन्दगी कर लें।
---- सुनिल #शांडिल्य
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