Wednesday, May 18, 2022

 आज तुझपे मैं इक गजल लिखता हूं

तेरे साथ बिता हुआ मैं वक्त लिखता हूं

 

हमारे इश्क का फसाना लिखता हूं

तेरा मुझको गले लगाना लिखता हूं 


खुद को तेरा आशिक मैं लिखता हूं

तेरा बनाया झूठा बहाना लिखता हूं


तेरा मुझको छोड़ जाना लिखता हूं

अंत में मैं खुद को बेवफा लिखता हूं !


---- सुनिल #शांडिल्य

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