Monday, May 23, 2022

 आंखों की भाषा क्या कहती है

आंखों में झांक समझ आया है


देखके तुमको मेरी से धड़कन

लय मे गीत गाने लगती है


वो मनमीत मुझे तुम लगती हो

बड़े भाग्य से जो मिलता है


मुस्काते अधरों पर अमृत की

बूँदों को देख समझ आया है


चल चले मिलन की ओर हमतुम

की आज मिलन की रुत आई है ।


---- सुनिल #शांडिल्य

No comments:

Post a Comment