Tuesday, June 21, 2022

 किसी भी अक्स के दो पहलू होते है

दान वही करता है जो जमके लुटता है


ईमान को लेकर कहां जाओगे #शांडिल्य 

ये बेकार है इसकी कोई कीमत नहीं है


वैसे तो ज़माने के बहुत ठोकर खाये हैं

पर कभी फूल ने भी हमें ठोकर मारी है


मेरे इस दिल की है फितरत बच्चो सी

जिसे खो दिया,चाहत उसकी ही करता है


---- सुनिल #शांडिल्य

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