किसी भी अक्स के दो पहलू होते है
दान वही करता है जो जमके लुटता है
ईमान को लेकर कहां जाओगे #शांडिल्य
ये बेकार है इसकी कोई कीमत नहीं है
वैसे तो ज़माने के बहुत ठोकर खाये हैं
पर कभी फूल ने भी हमें ठोकर मारी है
मेरे इस दिल की है फितरत बच्चो सी
जिसे खो दिया,चाहत उसकी ही करता है
---- सुनिल #शांडिल्य
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