Thursday, June 23, 2022

 मुस्कुराता हुआ ही चेहरा मेरा रहता है

इस मुस्कान से दिल का कहां वास्ता है


इस दिल का हाल चेहरे से अलहदा है

गुफ्तगू ये सिर्फ अब मुझसे ही करता है


हाल ए दिल ये किसी से नही कहता है

कभी कभी आंखों से अश्कों में बहता है


---- सुनिल #शांडिल्य

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