बीती यादें भूल जाएं ये मुमकिन नही
बीते लम्हें भूल जाएं ये मुमकिन नही
हमारी तमन्ना होती है सब भूल जाएं
पर कोई तमन्ना ही न हो मुमकिन नही
मौत आखरी मुकाम है इस जिंदगी का
जिंदगी हर किसी को मिले मुमकिन नही
इश्क किसी को किसी से हो सकता है
पर हर इश्क वफा करे ये मुमकिन नही !
---- सुनिल #शांडिल्य
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