जब मन कि कोई भी बात हो
या दिल में भरा कोई जज्बात हो ।
जो पल-पल तुम्हें सताते हो
और आंखों को नम कर जाते हो ।
उन बेचैनी की बातों को
उन दर्द भरी मुलाकातो को ।
लिख दो लहू से दिल के पन्नों पर
एक कलम बना कर यादों को ।
शायद कुछ सुकून मिले तुम्हें
भूल पाओ उन लम्हों को ।।
---- सुनिल #शांडिल्य
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