दर्द की दर्द से मुलाकात होगी
जब भी तेरी_मेरी_बात होगी
कुछ ग़म तुम लबों से कहना
कुछ तुम नैनों में रखना
मैं अफ़साने सारे ख़त में लिखूंगा
अधूरी बातें सारी नज़्म में सिलूँगा
लंबी बहुत लंबी वो रात होगी
जब दर्द की दर्द से मुलाकात होगी
---- सुनिल #शांडिल्य
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