क्या देखा उस गैर में हमने
क्यों उसको अपना बना लिया
नज़र पड़ी जो पहली उन पर
क्यों दिल में अपने बसा लिया
सारा खेल नज़र का था ये
क़सूर दिल का बता दिया
पता नही उस गैर ने मुझपे
कैसा जादू चला दिया
बातों_बातों_में उसने
मुझे कैसे अपना बना लिया
जीत ले गये दिल वो मेरा
कैसे अपने दिलको हरा लिया
---- सुनिल #शांडिल्य
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