कितना हसीन वो_पल
होता है जब
तुम्हारी मुठ्ठी_भर_यादें,
मेरी शायरी में
और
तुम्हारे एहसास,
मेरे अल्फ़ाजों में
सदा जीवित होते है
तुम्हारी खूबसूरती की तारीफ में
इतना कुछ लिखता हूँ,,
फिर भी जब जब तुम्हे देखता हूँ
हर बार
नये खूबसूरत शब्दों की तलाश होती है....
---- सुनिल #शांडिल्य
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