बिछड़ कर भी हम मिलेंगे देखना
फूल चमन में फिर खिलेंगे देखना
तन्हा तन्हा हम रहते हैं तो क्या
ख्वाबों में जरूर मिलेंगे देखना
भिगोती हैं तेरी यादों की बौछार
बारिश में एक साथ भीगेंगे देखना
दर्द नहीं सहा जाता जुदाई का
आसमां पर प्यार लिखेंगे देखना
---- सुनिल #शांडिल्य
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