सुना है आज उसकी पूरी कलाएं होंगी।
सुहानी भीनी भीनी ठंठी हवाएं होंगी।
धरा पे सारा का सारा दुलार बरसेगा।
सुना है आज आसमां से झरेगा अमृत।
भोग की खीर में आरोग्य भरेगा अमृत।
धवल सी ज्योत्स्ना में सबका हृदय हरषेगा
आज मधुबन में बांसुरी सुरीली बाजेगी।
हजारों श्याम होंगे संग में गोपी साजेगी।
गगन से राधा रानी का श्रंगार बरसेगा।
सुना है आज चंद्रमा से प्यार बरसेगा।
---- सुनिल #शांडिल्य
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