Thursday, October 13, 2022

 सांसे तेरे नाम किया

पलपल तुझको याद किया

ईद का चांद नहीं हूं मैं

पर तुझसे दूर नहीं हूं मैं


ढलती शाम के चौखट पर

तेरे आने का इंतजार किया

मैंने हरपल तुझसे प्यार किया


रातोंकी याद के मंजर पर 

तेरेदिल में पड़ी जमींके बंजर पर

तेरी यादों के लौ का दीप हूं मैं

पर तुझसे दूर नहीं हूं मैं


---- सुनिल #शांडिल्य

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