तुम्हारा रिश्ता
रूद्राक्ष जैसा है मेरे जीवन में
धारण हो गया है ह्रदय में
जोग की तरह....l
ध्यान की दर्शना में
दिए की लौ और धूप के धुएं जैसा
एकसार हुआ दिखता है
तुम्हे जानने की उत्कंठा
तुम्हारी गहराई को पाने की खवाइश
इन सबने ,
मेरे अंदर के सफर को बढ़ा दिया है..
~~~ सुनिल #शांडिल्य
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