Thursday, November 24, 2022

तुम्हारा रिश्ता 
रूद्राक्ष जैसा है मेरे जीवन में 
धारण हो गया है ह्रदय में 
जोग की तरह....l

ध्यान की दर्शना में 
दिए की लौ और धूप के धुएं जैसा 
एकसार हुआ दिखता है

तुम्हे जानने की उत्कंठा 
तुम्हारी गहराई को पाने की खवाइश 
इन सबने , 
मेरे अंदर के सफर को बढ़ा दिया है..

~~~ सुनिल #शांडिल्य

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