Tuesday, January 10, 2023

चंचल मन के कोने में
मधुर एहसास ने ली जब अंगड़ाई
रेशमी जज्बात का आँचल फैला 
देखो फलक-फलक
खामोशी के बिखरे ढेरों पर
यादों के स्वर्णिम प्याले से कुछ
लम्हें जाएँ छलक-छलक
अरमानो के साये से उलझे
नाज़ों से इतराते ख्वाबों को
चुन ले चुपके से पलक-पलक

~~~~ सुनिल #शांडिल्य 

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