बस एक दिन ज़िन्दगी का
तुम मेरे साथ जी लेना
उस दिन सुबह से शाम तक
तुम मेरे साथ रह लेना
जैसे बहता पानी नदियों संग
तुम मेरे साथ बह लेना
जो भी हों ख़्वाब
जो भी हों शिकायतें तुमको
उस दिन अपने दिल की
मुझसे हर बात कह लेना
बस एक दिन ज़िन्दगी का
तुम मेरे साथ जी लेना
उस दिन एक ही कप में
चाय मेरे साथ पी लेना।
सब भूलकर उस दिन
ज़िन्दगी मेरे साथ जी लेना।
ख़्वाब जो भी टूटे हों कभी,
ज़िन्दगी में तुम्हारी।
मोहब्बत के धागे से,
एक बार फिर से सी लेना।
बस एक दिन ज़िन्दगी का,
तुम मेरे साथ जी लेना ।
~~~~ सुनिल #शांडिल्य
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