Monday, January 23, 2023

कुछ शब्द है तुम्हारे पास तो हमे उधार दो ना...
इस हसीं मन्ज़र को मेरे लिये कागज पर उतार दो ना...
तुम्हारी आँखो को पढूँ और प्रेम की परिभाषा को समझुं...
तुम्हारी सांसो के सरगम में मेरे साथ जिंदगी गुजार दो ना... कैसे शब्दों मे बयां कर दूँ तुम्हे कितना चाहता हूँ...
तुम्हारे करीब आकर मैं मौन मे समाँ जाता हूँ.. 
साथ निभाना जानता तो हुँ पर नि:शब्द हो जाता हूँ...
कुछ शब्द है तुम्हारे पास तो हमे उधार दो ना.... 

~~~~ सुनिल #शांडिल्य

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