Sunday, January 15, 2023

ये सिंदूरी_शाम
गहरे जज्बात
फूलों से भी
खूबसूरत
मेरे अनछुए
एहसास
सुरमई कथई
रंग में रंगे
स्नेह से धागे
रूहानियत की
खनक लिए
सांसो में
बसे चाहत
के साज
रुह रूह
बसी असीम
नेह की पुकार
आँखो में बसे
काजल से भी
गहरा आसमानी
रात की कालिमा लिए
चाँदनी सा पवित्र
प्यार...दुलार
प्रेम की पवित्र
अग्नि से 
रोम रोम में 
प्रज्वलित.....
ऐसा हैं...
खुदा की
खुदाई सा....
तेरा मेरा...
पाकीजा प्यार...

~~~~ सुनिल #शांडिल्य 

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